अगर आप लिखना पसंद नहीं करते तो तस्वीरें लेते रहिए, मुड़ के जब कभी देखेंगे तो खुश होंगे ये देखकर की आपके जीवन में और जीवन के पल कैसे जुड़े थे,
कैसे बारिशों से आप अलग अलग जगह,अलग अलग रूप में मिले थे,
कैसे आसमां को आपने निहारा था,कैसे खुद को ही आपने प्रेम से पुकारा था , और फिर अपनी ही आवाज़ को गूंजते हुए हवाओं में महसूस किया था,
कैसे चाय की कुछ चुस्कियों को जीवन के अमृत समान पिया था और जिया था,
कैसे यूंही किसी बादलों वाले दिन कुछ पहाड़ी बाज़ारों में एक ही रास्ते को बार बार चला था ,
एक ही शाम में एक ही रास्ते को बार बार जिया था,
कैसे किसी बाज़ार की किसी मशहूर सी चीज़ को खोजते खोजते आपने दावत उड़ाई थी,
कैसे यूंही किसी रोज़ दफ्तर के रास्ते में आपको कुछ अनोखा मिला था, उस तस्वीर को देखकर आप को महसूस होगा की हां आपने कितना जीवन कितनी रौनकों से जी लिया है,
कैसे यूंही नदी किनारे आपको लगा था की आपने जल को पहले कभी ऐसे नही छुआ था,
कैसे जलप्रपात की धारा को आपने नही आपके ह्रदय ने झेला था,खुशी से उल्लास से,
कैसे कुछ रास्ते जो तय किए थे उन्हें पा भी लिया था,
कैसे है न, तस्वीरों से जीवन को ज़रा और जीना ❤️